Wednesday, January 20, 2010

ख़ुदकुशी

वो जो हुआ करते थे, अब नहीं हैं.
जिन्हें देख लोग खुश थे, अब नहीं हैं.
जिन्हें देख लोगों को जलन होती थी, अब नहीं हैं.
वो खुद में खुश रहा करते थे, अब नहीं हैं..

उन्होंने कल ख़ुदकुशी कर ली...

1 comment:

श्यामल सुमन said...

सुन्दर अभिव्यक्ति।

सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com