-पांच विधयाकों और एक मंत्री के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत
भ्रष्टाचार के खिलाफ बने माहौल और लगातार मंत्रियों -विधयाकों के खिलाफ हो रही लोकायुक्त जांच और कार्रवाई के चलते अब लोकायुक्त कार्यालय में माननीयों के खिलाफ शिकायतों कि लाइन लग गयी है। गुरुवार को लोकायुक्त कार्यालय में ५ विधयाकों और एक मंत्री जी के खिलाफ भ्रस्ताचार कि शिकायत पहुंची। बेसिक शिक्षा मंत्री धरम सिंह सैनी के खिलाफ लोकायुक्त कार्यालय में दूसरी बार शिकायत पहुंची है। लोकायुक्त ने मडियाहूँ के विधायक केके सचन के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच के आदेश दे दिए हैं।
गुरुवार को लोकायुक्त कार्यालय में एक बार फिर शिकायतों कि फेरहिस्त पहुंची। इस फेरहिस्त में एक शिकायत बेसिक शिक्षा मंत्री धरम सिंह सैनी के खिलाफ भी शिकायत थी। उन पर आरोप है कि उनकी सरपरस्ती में रामपुर के बेसिक शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र पाल सिंह लिप्त हैं। इस मामले में शिकायतकर्ता जनपद रामपुर निवासी अमित कुमार ने आरोप लगाया है कि बेसिक शिक्षा अधिकारी खुलेआम रिश्वत मांगते हैं और प्रतिरोध करने पर कहते हैं कि उन्हें मंत्री धर्म सिंह सैनी को भी हिस्सा पहुँचाना है। अमित कुमार ने इस शिकायत में मंत्री और बीएसए दोनों को ही आरोपी बनाया है। शिकायतकर्ता अमित कुमार कि पत्नी अलका गुप्ता जनपद रामपुर के बिलासपुर ब्लाक के सिकरौरा पूर्व माध्यमिक विद्यालय में सहायक अध्यापिका हैं। अमित कुमार ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि बीएसए उनकी पत्नी के खिलाफ मनमाने तरीके से प्रतिकूल प्रविष्टि कर उनको मानसिक रूप से परेशान कर रहा है। इस बाबत जब उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी तो वह भी उन्हें प्राप्त नहीं हुई। इसके अलावा अमित कुमार ने यह भी आरोप लगाया है कि बीएसए ने वर्ष २०१० और २०११ के जून जुलाई के महीने में अध्यापकों के संयोजन के नाम पर जनपद में तैनात शिक्षकों से लाखों रुपये वसूले हैं। अमित कुमार का कहना है कि जब इस वसूली के बाबत उन्होंने बीएसए से पूछा तो उसने बेसिक शिक्षा मंत्री धर्म सिंह सैनी का नाम लेते हुये कहा कि उनका हिस्सा भी तो पहुँचाना है। लोकायुक्त ने इस मामले को प्रारंभिक जांच के लिए अग्रसारित कर दिया है। ज्ञात रहे कि वर्ष २००९ में भी लोकायुक्त न्यायमूर्ति एनके मेहरोत्रा ने जांच कर अपनी टिपण्णी दी थी कि मंत्री जी का आचरण एक भ्रष्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी को बचाने में संदिग्ध है इसलिए माननीय मुख्यमंत्री इसमें मंत्री के खिलाफ़ कार्रवाई करें।
इसके अलावा गुरुवार को ही लोकायुक्त कार्यालय में बसपा के पांच विधायकों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत पहुंची। इनमे से एक के खिलाफ लोकायुक्त ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दोआबा से विधायक सुभाष यादव के खिलाफ विजयकांत ने, नाथूपुर से विधयक उमेश चन्द्र पाण्डेय के खिलाफ पवन कुमार ने, बरसठी से विधायक रविन्द्र के खिलाफ तारा ने, आगरा पश्चिम से विधायक गुटियारी लाल दुबेश के खिलाफ सुभाष चन्द्र और मडियाहूँ से विधायक केके सचान के खिलाफ अर्चना सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुये शिकायत की है। केके सचन के ऊपर लगे आरोपों के सम्बन्ध में प्रस्तुत किये गए साक्ष्य के आधार पर लोकायुक्त ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू करने के निर्देश दे दिए हैं।
Reported by Anurag Tiwari for Voice of Movement
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